भोजपुरी फिल्में अपने सबसे बदतर दौर से गुजर रही हैं। बॉक्स ऑफिस सूना है। सिनेमाघर से दर्शक गायब हैं। कई सिनेमाघरों के तो बिजली के खर्च भी निकल नहीं पा रहे हैं। नई फिल्में दर्शकों के अभाव में दम तोड़ रही हैं। 1 जून को चार भोजपुरी फिल्में ‘नचनिया’, ‘हल्फा मचा के गईल’, ‘पटनावाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ और ‘प्लेटफॉर्म नं.2’ रिलीज हुई हैं और सभी अलग-अलग तरह के विषय पर बनी हैं, लेकिन इनमें सितारे नहीं हैं। बावजूद इसके एक भी फिल्म को देखने के लिए दर्शक आगे नहीं आये। नतीजा किसी भी फिल्म को औसत ओपनिंग भी नहीं मिली।
अत्यधिक प्रचारित राघव नायर की फ़िल्म ‘हल्फा मचा—’ के पहले शो में भी दर्शक नहीं आये। दरअसल, फिल्म में जो हॉट सीन देखने गए थे उन्हें भी निराशा हाथ लगी। ‘नचनिया’ चुनिंदा शहरों के सिनेमाघरों में रिलीज हुई, उसे समीक्षकों की प्रशंसा भी खूब मिली, लेकिन दर्शक नहीं मिले। यही हश्र ‘पटना वाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ का भी रहा। ‘प्लेटफॉर्म नम्बर 2’ जैसी फिल्मों के तो कई दर्शकों ने नाम भी नहीं सुने होंगे। जहां भी ये फिल्में लगीं, हाल बेहाल रहा।
-संदीप वर्मा
Tags: बॉक्स ऑफिस, भोजपुरी फिल्में